हर ऐक जज्बात को जुबां नहीं मिलती
हर एक आरजू को दुआ नहीं मिलती
मुस्कान बनाये रखो तो दुनिया साथ है आपके
ऑसूओं को तो ऑखों में भी पनाह नहीं मिलती ।
सपने थे सपनों के आप साहिल हुए
ना जाने कैसे हम आपके प्यार के काबिल हुए
कर्जदार है हम उस हसीन पल के
जब आप हमारी दुनिया में शामिल हुए ।
याद रखेंगें हम हर कहानी आपकी
लहरों के जैसी वो रवानी आपकी
आपने हमको जो दिल में अपने बसा रखा है
ये किस्मत थी हमारी या मेहरबानी आपकी ।
अच्छे, बहुत अच्छे।
ReplyDeleteइतना इमोसनल अत्याचार!
nice very very nice!
ReplyDeletevery good sir ji
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Namaskar
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