चाहे दोस्ती हो या मुहोब्बत सूरत से नहीं दिल से होती है
सूरत उनकी खुद ही अच्छी लगने लगती है
जिनकी कद्र दिल से हुआ करती है ।
जुदाई का दुख सह नहीं सकते
भरी महफिल में कुछ कह नहीं सकते
पूछो हमारे बहते आंसूओं से
वो भी कहेंगे हम आपके बिना रह नहीं सकते ।
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